24 February 2025

हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के 21 पूर्व जजों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को लिखा पत्र

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Image Source: Agniban

21 पूर्व न्यायाधीशों ने मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ को एक चिट्ठी लिखी, क्या न्यायपालिका पर बढ़ते दबाव का जिक्र किया गया है? चिट्टी में न्यायपालिका पर अनुचित दबाव का भी हवाला दिया गया है।

CJI को लिखे पत्र में कहा गया है कि राजनीतिक हितों और व्यक्तिगत लाभ से प्रेरित कुछ तत्व हमारी न्यायिक प्रणाली में जनता के विश्वास को कम कर रहे हैं। इन तत्वों के तरीके काफ़ी गुमराह करने वाले है, जो हमारी अदालत और न्यायाधीशों की सत्यनिष्ठा पर सवाल उठा कर न्याय प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं।

इस तरह की गतिविधियों से ना सिर्फ अदालत की गरिमा का अनादर किया जाता है बल्कि जजों की निष्पक्षता को चुनौती मिलती है। ये सभी तत्व, जिनका अपना-अपना समूह है, जनता को गुमराह करने का प्रयास करते हैं। किसी भी मुद्दे पर ये अपनी एक थ्योरी बनाकर जनता के सामने पेश कर देते हैं, जो जनता के सामने एक अलग ही सच्चाई पेश करती है, जो कोर्ट से बिल्कुल उलट होती है। जिससे कोर्ट के फैसले पर भी असर पड़ता है।

सभी समूहों का ऐसा व्यवहार विशेषकर ऐसे मामले में देखा जाता है जिसका सामाजिक-राजनीतिक आर्थिक महत्व होता है। पत्र में लिखा है कि हम न्यायपालिका के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाने और जन-भावना भड़काने की कोशिशों से चिंतित हैं। न्यायपालिका तभी सफल है जब आम जनता के मन में न्यायपालिका को लेकर कोई भ्रम न हो बल्कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा हो।लोकतंत्र तभी सुरक्षित रहेगा जब लोगों को न्यायपालिका पर भरोसा होगा।

600 से ज्यादा वकीलों ने भी CJI को पत्र लिखा..

इससे पहले वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और पिंकी आनंद सहित देश के 600 से अधिक वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को भी एक चिट्ठी लिखी थी। इस पत्र में लिखा था कि एक विशेष समूह देश की न्यायपालिका को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।

Team Profile

Himanshu Sangliya
Himanshu SangliyaFreelance Journalist
Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.

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