नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस 2024: जागरूकता और समर्पण का प्रतीक
आज 26 जून, को अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध और अवैध तस्करी विरोधी दिवस यानी (International Day Against Drug Abuse and Illicit Trafficking) के रूप में मनाया जा रहा है। यह दिन नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ वैश्विक स्तर पर जागरूकता फैलाने और समाज में इसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को हर वर्ष अलग- अलग थीम्स के अनुसार मनाया जाता है और वर्ष 2024 का विषय है- “साक्ष्य स्पष्ट है: रोकथाम में निवेश करें”, जिसमें नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी को रोकने के लिए साक्ष्य-आधारित दृष्टिकोण पर जोर दिया जाएगा।
इतिहास
इस दिवस की शुरुआत सन 1987 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) के द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी से होने वाले नुकसान को कम करना और इसके विरुद्ध एक मजबूत वैश्विक मोर्चा तैयार करना था। दरअसल इसे 26 जून को चुने जाने का कारण यह है कि इस दिन सन 1839 में चीन में हुमन द्वारा अफीम की विनाशलीला को याद किया जाता है, जिसे ‘ड्रग्स के खिलाफ पहली बड़ी लड़ाई’ माना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे क्यों मनाया जाता है?
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि नशे की समस्या किसी एक देश या क्षेत्र तक सीमित नहीं है। यह एक वैश्विक समस्या है जो समाज के हर वर्ग को प्रभावित करती है। इस दिन विभिन्न देशों की सरकारी, गैर-सरकारी संगठन और समुदाय मिलकर नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने, शिक्षा प्रदान करने और समर्थन सेवाओं की व्यवस्था करने के लिए एकजुट होते हैं।
भारत में नशे की वर्तमान स्थिति
भारत में नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में युवाओं के बीच नशे का दुरुपयोग एक गंभीर समस्या बन गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2019 में एम्स द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारत में लगभग 2.8% जनसंख्या नशीले पदार्थों का सेवन करती है। सरकारी और विभिन्न गैर-सरकारी संगठन इस समस्या से निपटने के लिए कई कार्यक्रम चला रहे हैं, लेकिन अभी भी इस दिशा में बहुत काम करना बाकी है।
भारत सरकार ने नशे के खिलाफ कई कड़े कानून बनाए हैं और कई जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। फिर भी, नशे की समस्या से निपटने के लिए समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर काम करना होगा।
अंत: अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध और अवैध तस्करी विरोधी दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो हमें नशे के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने का मौका देता है। यह ददिन हमें याद दिलाता है कि नशे के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई केवल सरकार की नहीं बल्कि समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। जागरूकता, शिक्षा और समर्थन से ही हम इस समस्या का समाधान कर सकते हैं और एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकते हैं।
Team Profile
- Poonam Gupta, hailing from Kanpur, Uttar Pradesh, is currently pursuing her graduation in Journalism and Mass Communication from Rama University. With a deep passion for creative writing and article writing, Poonam is dedicated to crafting engaging and impactful content. Her academic background, combined with her enthusiasm for storytelling, positions her as a promising talent in the field of journalism and media. Poonam's commitment to excellence and creativity shines through in every piece she writes.
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