एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी: इंग्लैंड ने जीता रोमांचक टेस्ट, सिरीज़ में 2-1 की बढ़त पर इंग्लिश टीम

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एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी: इंग्लैंड ने जीता रोमांचक टेस्ट, सिरीज़ में 2-1 की बढ़त पर इंग्लिश टीम

Image Source: Bharat Express

लॉर्ड क्रिकेट ग्राउंड, लंदन में खेले गए तीसरे टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 22 रन से मात दी। लास्ट डे थ्रिलर में इंग्लैंड ने बाज़ी मारी और सिरीज़ में 2-1 से बढ़त हासिल की। भारत की तरफ से रवींद्र जडेजा आख़िर तक लड़ाई लड़ते रहे पर अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए, वहीं इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने अपने ऑल-राउंड प्रदर्शन से अपनी टीम को लॉर्ड्स में जीत दिलाई। स्टोक्स ने पहली पारी में 44 रन और दूसरी पारी में 33 रन बनाए, वहीं गेंद से पहली पारी में 2 और दूसरी में 3 विकेट चटकाए और प्लेयर ऑफ़ द मैच बने। पाँच मैचों की सिरीज़ में इंग्लैंड को 2-1 की बढ़त मिल गई है। भारतीय टीम के लिए आने वाले दोनों टेस्ट मुकाबले काफ़ी महत्वपूर्ण होने वाले हैं।

एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 22 रन से हराया। पाँच दिन चले मुकाबले में दोनों टीमों ने काफ़ी अच्छा खेल दिखाया। बात मुकाबले की करें तो इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला लिया। पहली पारी में इंग्लैंड ने 387 रन बनाए जिसमें जो रूट का शतक शामिल था। वहीं भारतीय टीम के लिए जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट झटके। 387 का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही। टीम ने राहुल, पंत और जडेजा की पारियों की मदद से पहली पारी का स्कोर बराबर किया। पहली पारी में दोनों टीमों ने 387 रन बनाए।

इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत बिना किसी लीड के साथ की। इंग्लैंड की शुरुआत काफ़ी ख़राब रही। इंग्लैंड ने 87 रन पर अपने चार विकेट गंवा दिए। कप्तान स्टोक्स और रूट ने पारी को संभाला पर टीम के स्कोर को ज़्यादा आगे नहीं ले जा सके। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 192 रन बनाए। दूसरी पारी में बल्लेबाज़ों पर गेंदबाज़ हावी दिखाई दिए। भारत के लिए सुंदर ने 4 विकेट झटके।

भारतीय टीम को जीत के लिए 193 रन की ज़रूरत थी। कम स्कोर को चेज़ करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत काफ़ी ख़राब रही। स्टोक्स, कार्स और अर्चर की गेंदबाज़ी के सामने भारत का टॉप ऑर्डर पूरी तरह बिखर गया। भारत के लिए 193 रन का छोटा स्कोर अब पहाड़ जीतना हो गया था। भारतीय टीम ने 82 रन पर अपने सात विकेट गंवा दिए थे। मुकाबला पूरी तरह इंग्लैंड के क़ब्ज़े में था, पर रवींद्र जडेजा और भारत की टेल ने इंग्लैंड की जीत को मुश्किल बना दिया। जो मुकाबला पहले सत्र में ख़त्म हो जाना चाहिए था, वही मुकाबला आख़िरी सत्र तक पहुँच गया। जडेजा ने पहले नीतीश के साथ 30 रन की साझेदारी बनाई, फिर बुमराह के साथ 35 रन की और आख़िर में सिराज के साथ 23 रन जोड़े। जडेजा मुकाबले को अंत तक लेकर जा रहे थे ताकि इंग्लैंड पर प्रेशर बनाया जा सके, पर बशीर की गेंद पर सिराज डिफेंड करने गए पर गेंद रोल होकर स्टंप से जाकर लगी और सिराज बोल्ड आउट हो गए। 22 रन रहते भारत ने अपना आख़िरी विकेट गंवा दिया और जडेजा नॉन-स्ट्राइकर एंड पर ही खड़े रह गए। दूसरी पारी में भी गेंदबाज़ों का बोलबाला रहा — स्टोक्स, कार्स और अर्चर ने शानदार गेंदबाज़ी की।

जीत के साथ इंग्लैंड ने सिरीज़ में 2-1 से बढ़त बना ली है। भारतीय टीम के लिए आने वाले दोनों मुकाबले महत्वपूर्ण हैं। सिरीज़ में बने रहने के लिए भारत को अगला मुकाबला जितना ज़रूरी है।

एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का चौथा मुकाबला ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में 23 जुलाई को खेला जाएगा।

तीसरे टेस्ट मुकाबले का स्कोर कार्ड

इंग्लैंड पहली पारी – 387
रूट – 104 (199)
स्मिथ – 51 (56)
कार्स – 56 (83)
पोप – 44 (104)

पहली पारी – भारत की गेंदबाज़ी
बुमराह – 5/74
सिराज – 2/85
रेड्डी – 2/62
जडेजा – 1/29

भारत पहली पारी – 387
राहुल – 100 (177)
पंत – 74 (112)
जडेजा – 72 (131)
करुण नायर – 40 (62)
निरीश – 30 (91)

पहली पारी – इंग्लैंड की गेंदबाज़ी
वोक्स – 3/84
अर्चर – 2/52
स्टोक्स – 2/63
कार्स – 1/88
बशीर – 1/59

पहली पारी का स्कोर बराबर

इंग्लैंड दूसरी पारी – 192
रूट – 40 (96)
स्टोक्स – 33 (96)
ब्रुक – 23 (19)
क्राउली – 22 (49)

दूसरी पारी – भारत की गेंदबाज़ी
सुंदर – 4/22
बुमराह – 2/38
सिराज – 2/31
रेड्डी – 1/20
आकाशदीप – 1/30

भारत को जीत के लिए 193 रन की ज़रूरत

भारत दूसरी पारी – 170
जडेजा – 61 (181)
राहुल – 39 (58)

दूसरी पारी – इंग्लैंड की गेंदबाज़ी
अर्चर – 3/55
स्टोक्स – 3/48
कार्स – 2/30
वोक्स – 1/21
बशीर – 1/6

इंग्लैंड ने 22 रन से मुकाबला जीता

भारतीय टीम को अपनी कमियों से सीखना होगा सबक

एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में अभी तक तीन टेस्ट मुकाबले खेले जा चुके हैं, जिसमें इंग्लिश टीम के पास 2-1 की बढ़त है। तीनों मुकाबले देखे जाएं तो भारतीय टीम का पलड़ा मेज़बानों से भारी दिखाई दिया है। जितने भी सत्र अभी तक खेले गए हैं, उनमें से अधिकांश भारतीय टीम ने अपने नाम किए हैं। पर कुछ ग़लतियों के कारण और मौमेंटम को आगे न बढ़ाने के कारण भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। तीनों टेस्ट मैच में भारतीय टीम इंग्लैंड पर हावी होती दिखाई दी, पर हर मुकाबले में 1 घंटे या आधे घंटे का एक ऐसा समय आता है जहां भारतीय टीम अपना पूरा मौमेंटम गंवा बैठती है, जो आख़िर में हार का कारण बनता है—

1. कैच छोड़ना

भारतीय टीम ने अपने पहले टेस्ट मुकाबले में 10 कैच छोड़े थे। पहले टेस्ट में भारतीय टीम काफ़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही थी। टीम ने पहली पारी में बोर्ड पर एक बड़ा स्कोर बनाया। गेंदबाज़ी के समय भारतीय टीम ने उस मैच में कुल 10 कैच छोड़े, जिसकी वजह से सामने वाली टीम बड़ा स्कोर करने में कामयाब हुई और भारत को मुकाबला हारना पड़ा।

उसी तरह दूसरे टेस्ट में भी भारत ने अच्छी स्थिति में होने के बाद 3 कैच छोड़े, जिसकी वजह से सामने साझेदारी बनी। बहरहाल, दूसरा टेस्ट भारतीय टीम ने अपने नाम किया पर छोड़े हुए कैचों ने भारत का मौमेंटम ख़राब किया।

तीसरे टेस्ट में राहुल ने स्मिथ का कैच छोड़ा, जिसके बाद स्मिथ ने कार्स के साथ मिलकर 100 रन की साझेदारी बनाई और मुकाबला भारत के हाथों से निकल गया।

2. टेल को आउट करने में नाकाम

तीनों टेस्ट मुकाबलों में ये देखने को मिला है कि भारतीय टीम इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर को आसानी से आउट कर देती है पर उनकी टेल में फंस जाती है। भारतीय गेंदबाज़ टेल के सामने कभी 50, कभी 100 रन की साझेदारी करवा देते हैं, जो आगे जाकर भारतीय टीम के लिए मुसीबत बन जाती है।

पहले मुकाबले में भारत ने टेल के सामने 100 रन की साझेदारी बनने दी, जिसकी वजह से भारत की लीड कम हुई, परिणामस्वरूप भारत को मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।

दूसरे मुकाबले में टॉप ऑर्डर को आउट करने के बाद भारतीय टीम ने मिडल ऑर्डर के सामने 300+ रन की साझेदारी होने दी।

तीसरे मुकाबले में भी भारत ने स्मिथ और कार्स के बीच 107 रन की साझेदारी बनने दी, जिसका खामियाज़ा भारत को हार से चुकाना पड़ा।

3. भारत की टेल का कोलैप्स

जहां इंग्लैंड की टेल साझेदारी बनाकर मैच में जीत-हार का अंतर बना देती है, वहीं भारतीय टेल और लोअर मिडल ऑर्डर का कोलैप्स भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।

भारतीय टीम आठवें नंबर पर एक ऑल-राउंडर के कॉम्बिनेशन के साथ मैदान में उतर रही है। इसी कॉम्बिनेशन ने भारतीय टीम को दूसरे मुकाबले में जीत दिलाई, पर अभी भी जडेजा के बाद भारतीय टीम को उस तरह से साझेदारियाँ नहीं मिल पा रही हैं जिसकी मदद से भारत जीत-हार का अंतर बना सके। नीतीश रेड्डी और सुंदर पिछले दोनों मैचों में लंबी साझेदारी बनाने में नाकाम रहे हैं। भारतीय टीम को अगले दोनों मुकाबलों में अपने कोलैप्स पर काम करना होगा।

4. भारतीय टीम ने दिए एक्स्ट्रा रन

भारतीय टीम ने तीनों मुकाबलों में एक्स्ट्रा रन काफ़ी दिए हैं। पहले मुकाबले में भारत ने 55 रन एक्स्ट्रा दिए, दूसरे मुकाबले में 32 और तीसरे मुकाबले में 63 रन एक्स्ट्रा दिए। एक्स्ट्रा रन का खामियाज़ा सबसे ज़्यादा तीसरे मुकाबले में देखने को मिला, जिसमें 63 रन एक्स्ट्रा दिए गए, जिसकी वजह से इंग्लैंड का स्कोर 192 तक पहुँच गया। अगर भारतीय टीम 63 रन एक्स्ट्रा न देती या उससे आधे भी रोक लेती तो शायद आख़िरी दिन भारत के सामने लक्ष्य और भी कम होता और 22 रन की हार शायद जीत में बदल जाती।

भारतीय टीम के लिए अगला मुकाबला काफ़ी महत्वपूर्ण है। सिरीज़ बराबर करने के लिए भारत को अगला मैच जीतना ज़रूरी है। भारत को अपनी कमियों पर काम करना होगा ताकि अगला मैच जीत सके।

Team Profile

Himanshu Sangliya
Himanshu SangliyaFreelance Journalist
Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.

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