स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के विवादित पैरोडी सॉन्ग पर छिड़ी सियासत, हैबिटेट स्टूडियो पहुंची बीएमसी

0
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के विवादित पैरोडी सॉन्ग पर छिड़ी सियासत, कामरा के स्टूडियो पर पहुंची बीएमसी

Image Source: NDTV

अपने पॉलिटिकल सटायर और स्टैंडअप कॉमेडी के लिए मशहूर कुणाल कामरा हाल ही में अपने एक विवादित पैरोडी सॉन्ग के लिए चर्चा में हैं। कामरा ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने बॉलीवुड के गाने ‘दिल तो पागल है’ की पैरोडी बनाई थी। उस पैरोडी सॉन्ग में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर विवादित टिप्पणी की गई थी। गाने के मीडिया में आते ही शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने गुस्से में मुंबई के खार इलाके में स्थित स्टूडियो और होटल यूनिकॉन्टिनेंटल में तोड़फोड़ की। अब खबर आ रही है कि बीएमसी की टीम हैबिटेट स्टूडियो पहुंच गई है, जहां वीडियो शूट किया गया था।

कुणाल कामरा एक स्टैंडअप कॉमेडियन हैं। कुणाल ज्यादातर अपने पॉलिटिकल सटायर के लिए चर्चा का विषय बने रहते हैं। कई बार देखा गया है कि कुणाल बीजेपी और उनके सहयोगी दलों पर तीखी टिप्पणी करते रहते हैं। इसी तरह इस बार भी उन्होंने बॉलीवुड की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के गीत पर पैरोडी सॉन्ग बनाया था। इसके जरिए उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर तीखे कमेंट किए थे। यही कमेंट शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरा और उन्होंने वीडियो शूट की गई जगह पर तोड़फोड़ की।

इस घटना के बाद महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ गया। शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी के नेता कुणाल कामरा पर डिप्टी सीएम का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष कामरा के समर्थन में है और शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़फोड़ करने व कामरा पर कार्रवाई करने को अभिव्यक्ति के अधिकार का हनन बता रहा है।

इस बीच खबर है कि बीएमसी के अधिकारियों की टीम कुणाल के मुंबई स्थित हैबिटेट स्टूडियो पहुंच गई है। इसी स्टूडियो में कामरा ने वह विवादित शो किया था, जिसमें शिंदे पर टिप्पणी की गई थी।

इस विवाद के बाद हैबिटेट स्टूडियो ने बयान जारी करते हुए अस्थायी रूप से स्टूडियो को बंद किए जाने की बात कही थी। हैबिटेट स्टूडियो ने बयान जारी कर कहा, “कलाकार अपने विचारों और रचनात्मक विकल्पों के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं और हम कभी भी उनके द्वारा पेश किए गए कंटेंट में शामिल नहीं रहे हैं। लेकिन हाल की घटनाओं ने हमें इस बारे में फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे हमें हर बार दोषी ठहराया जाता है और निशाना बनाया जाता है, जैसे कि हम कलाकार के प्रतिनिधि हों। स्टूडियो को तब तक बंद किया जा रहा है जब तक हम खुद को और अपनी संपत्ति को खतरे में डाले बिना मुक्त अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करने का सबसे अच्छा तरीका नहीं खोज लेते।” (Source: Aaj Tak)

अभी तक की कार्रवाई में कुणाल कामरा के खिलाफ MIDC पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। शिंदे सेना विधायक मुराजी पटेल ने शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा उन कार्यकर्ताओं पर भी एफआईआर दर्ज की गई है, जो तोड़फोड़ में शामिल थे।

इससे पहले भी विवादों में फंसे थे कुणाल

कुणाल कामरा अपने पॉलिटिकल सटायर के चलते कई बार चर्चा का विषय बनते आए हैं। कभी वे नरेंद्र मोदी पर कोई टिप्पणी करते हैं तो कभी प्लेन में एक सीनियर पत्रकार के साथ बदतमीज़ी करते दिखाई देते हैं। कुणाल हमेशा बीजेपी और उनके सहयोगी दलों के बारे में टिप्पणी करते दिखाई देते हैं, जो कभी-कभी एक एजेंडे के तहत नज़र आता है।

स्टूडियो में तोड़फोड़ करना और बीएमसी का एक्शन कितना सही?

जब कभी किसी व्यक्ति द्वारा कोई टिप्पणी या कथन दिया जाता है, जो किसी समूह या संस्थान की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला हो और जिससे व्यवस्था खराब होने की स्थिति बनती हो, तब सरकार कानून के तहत उस घटना को नियंत्रित क्यों नहीं कर पाती? अगर कुणाल की टिप्पणी से किसी की भावनाएं आहत हुई थीं, तो उस पर पुलिस कार्रवाई की जा सकती थी, उस पर मानहानि का केस किया जा सकता था—ना कि किसी स्टूडियो में जाकर तोड़फोड़ की जानी चाहिए थी।

वहीं, दूसरी ओर बीएमसी को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना किसी भी सरकार के लिए सही तरीका नहीं हो सकता। इसी तरह उद्धव ठाकरे की सरकार के समय कंगना रनौत के साथ भी यही किया गया था। कंगना ने जब उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी की थी, तो उनके ऑफिस और घर को बीएमसी द्वारा तुड़वा दिया गया था। सरकार का यह रवैया बिल्कुल गैर-जिम्मेदाराना है—फिर चाहे वह कोई भी सरकार हो।

Team Profile

Himanshu Sangliya
Himanshu SangliyaFreelance Journalist
Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.

Leave a Reply