24 February 2025

सुल्तानपुर डकैती में एक और बदमाश का एनकाउंटर; अब तक एनकाउंटर में दो की मौत और चार घायल

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Image Source: Crime Tak

यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने सुल्तानपुर डकैती मामले में एक और बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया। डकैती करने वाले गिरोह में से अब तक एसटीएफ ने दो बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया है, साथ ही एनकाउंटर में चार बदमाशों को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया। रिपोर्ट की मानें तो अब तक यूपी एसटीएफ ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, और तीन बदमाश अभी भी फरार हैं। इस मामले में पहले भी एक आरोपी को मार गिराया गया था। आरोपी मंगेश यादव को एनकाउंटर में गोली लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। मंगेश यादव के परिवार और सपा नेता अखिलेश यादव ने एसटीएफ के एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे। अब अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर से सियासत गरमाई है।

28 अगस्त को सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार स्थित ओम अपार्टमेंट नाम की दुकान में अचानक कुछ नकाबपोश हथियारों के साथ दुकान में घुस गए। बंदूक की नोक पर उन बदमाशों ने पूरी दुकान को लूटा। दुकान के मालिक के अनुसार बदमाशों ने करीब दो करोड़ रुपए की लूट की, जिसमें सोना और चांदी शामिल थे। जांच में पता चला कि डकैती करने वाले गैंग में 14 बदमाश शामिल थे। अब तक की कार्रवाई में एसटीएफ ने 11 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जिसमें से दो एनकाउंटर में मारे गए।

घटना के अगले ही दिन, 29 अगस्त 2024 को डकैत गैंग के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। हिरासत के दौरान विपिन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें अपने एनकाउंटर की आशंका है। 3 सितंबर को सुल्तानपुर कोतवाली क्षेत्र में पुष्पेंद्र सिंह, त्रिभुवन कोरी और सचिन सिंह को पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल रूप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, ये तीनों बदमाश लूट के लिए रेकी कर रहे थे और घटना वाले दिन बोलेरो से भागने के बैकअप में थे।

अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर के बाद सियासत फिर से गरमाई है। एसटीएफ के एनकाउंटर को फेक बताया जा रहा है। इसी तरह एसटीएफ पर मंगेश यादव के एनकाउंटर करने पर भी सवाल उठाए गए थे। 5 सितंबर को सुल्तानपुर के देहात कोतवाली के हनुमानगंज बाईपास पर पुलिस और आरोपी मंगेश यादव के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें मंगेश यादव मारा गया। आरोपी मंगेश यादव के नाम कई आपराधिक मामले दर्ज थे। मंगेश यादव पर पुलिस द्वारा 1 लाख का इनाम रखा गया था। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, मंगेश ने पुलिस पर पहली गोली चलाई थी, जवाबी हमले में पुलिस की गोली से मंगेश यादव मारा गया। मंगेश की मौत के बाद अखिलेश यादव ने एसटीएफ के एनकाउंटर पर सवाल उठाए। अखिलेश यादव ने सीएम योगी और एसटीएफ पर जाति के नाम पर एनकाउंटर करने के आरोप लगाए। अखिलेश यादव का कहना है कि पुलिस और सरकार पिछड़ी और नीची जाति के लोगों को टारगेट करके उनका फेक एनकाउंटर कर रही है। पुलिस और सरकार ऊंची जाति के गुनहगारों को पैर पर गोली मारती है या उनसे सरेंडर करवा लेती है, जबकि पिछड़ी और नीची जाति के लोगों का फेक एनकाउंटर कर उन्हें मार देती है। अखिलेश मंगेश के परिवार से भी मिले थे। मंगेश के परिवार का भी यही कहना था कि मंगेश को घर से गिरफ्तार किया गया था, उसके बाद उसका फेक एनकाउंटर कर दिया गया।

मंगेश के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने 11 सितंबर को विवेक सिंह, विनय शुक्ल, अरविंद यादव और दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया। एसटीएफ ने 20 सितंबर को अजय यादव को मुठभेड़ में घायल रूप में गिरफ्तार किया।

अनुज प्रताप सिंह का उन्नाव में हुआ एनकाउंटर

अजय यादव की गिरफ्तारी के तीन दिन बाद आरोपी अनुज प्रताप सिंह की एसटीएफ से मुठभेड़ हुई। उन्नाव के अचलगंज थाना इलाके में अनुज प्रताप सिंह और उसके एक साथी की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में अनुज को गोली लगी, जिस कारण वह घायल हो गया। मौका देखकर अनुज का साथी भाग गया। अनुज को प्राथमिक इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित किया गया।

Team Profile

Himanshu Sangliya
Himanshu SangliyaFreelance Journalist
Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.

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