महाराष्ट्र चुनाव से पहले AIMIM गठबंधन पर महाविकास अघाड़ी में मतभेद
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले AIMIM को बड़ा झटका लगा है। AIMIM और महाविकास अघाड़ी के महागठबंधन पर उद्धव गुट ने अपना विरोध दर्ज किया है। उद्धव की शिवसेना महाविकास अघाड़ी का एक महत्वपूर्ण अंग है। AIMIM के साथ महागठबंधन के लिए उद्धव गुट की सहमति जरूरी हो जाती है। तब तक महागठबंधन का होना दिखाई नहीं दे रहा है।
महाराष्ट्र में अभी तक विधानसभा के चुनावों की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र में चुनाव इसी साल के अंत तक नवंबर या दिसंबर में करवाए जाएंगे। चुनाव आयोग ने चुनावों के लिए अपना सर्वेक्षण भी शुरू कर दिया है। तारीखों के ऐलान से पहले सभी पार्टियां अपनी तैयारी में लगी हुई हैं। सभी महागठबंधन अपनी सहयोगी पार्टियों के साथ सीटों के बंटवारे पर बैठक बुला रहे हैं। इसी बीच AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने महाविकास अघाड़ी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था। महाविकास अघाड़ी में एनसीपी [शरद गुट], शिवसेना [UBT], कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी के दल शामिल हैं। ओवैसी की AIMIM भी महाविकास अघाड़ी में शामिल होना चाहती है, पर उद्धव गुट ने इसका कड़ा विरोध किया है।
इस कारण नहीं करना चाहते गठबंधन
सूत्रों के अनुसार शिवसेना [UBT] ने AIMIM के साथ गठबंधन न करने पर दलील दी है। शिवसेना का मानना है कि महाविकास अघाड़ी में पहले से ही काफी दल शामिल हैं। ऐसे में नए दल को शामिल करना और सीट का बंटवारा करना मुश्किल हो जाएगा।
ओवैसी ने गठबंधन के लिए एनसीपी और कांग्रेस को लिखा पत्र
असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पार्टी और एनसीपी को महाराष्ट्र चुनाव के लिए गठबंधन के लिए लिखित प्रस्ताव भेजा है। सूत्रों के अनुसार अभी तक कांग्रेस और एनसीपी ने न तो प्रस्ताव का जवाब दिया है और न ही प्रस्ताव को खारिज किया है। दोनों पार्टियां अपने सहयोगी दलों के मत के बिना आगे नहीं बढ़ना चाहती हैं। इस तरह महागठबंधन ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है।
ओवैसी के आने से महाविकास अघाड़ी को होता फायदा
ओवैसी ने महाविकास अघाड़ी को 28 सीटों की लिस्ट दी है। ये सभी सीटें मुस्लिम बहुल इलाकों में हैं। उन 28 सीटों पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। हाल ही में वक्फ बोर्ड जैसे मुद्दों पर ओवैसी ने मुस्लिमों का पक्ष लिया। तब से उनका प्रभाव मुस्लिम कम्युनिटी पर काफी अच्छा रहा है। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ओवैसी का जीतना आसान है। अगर महाविकास अघाड़ी में ओवैसी की पार्टी शामिल हो जाती तो, महाविकास अघाड़ी के लिए चुनाव बेहतर हो जाता।
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- Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.
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