बोर्ड परीक्षा साल में दो बार निति को मिली मंजूरी: सत्र 2025-26 से लागू होगी योजना
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Image Credits: Aajsamaaj
हाल ही में शिक्षा प्रणाली ने किए बड़े बदलाव केंद्र सरकार ने सत्र 2025-26 से बोर्ड परीक्षाओं को साल में दो बार आयोजित करने फैसले को लेकर मंजूरी दी हैं। यह फैसला छात्रों के शैक्षिक विकास और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। नई व्यवस्था के तहत, छात्रों को अपनी बोर्ड परीक्षा के लिए साल में दो अवसर मिलेंगे, जिससे उन्हें परीक्षा के दबाव से राहत मिलेगी और उनकी तैयारी और भी बेहतर होगी। छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच इस घोषणा को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोगों का मानना है कि इससे छात्रों को अधिक मौके मिलेंगे, वहीं कुछ का मानना है कि इससे उनकी तैयारी पर अतिरिक्त दबाव बढ़ सकता है।
शिक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, साल में एक बार होने वाली परीक्षा प्रणाली के कारण छात्रों पर अत्यधिक दबाव रहता है। केवल एक मौके में अच्छा प्रदर्शन न करने की स्थिति में, छात्रों का शैक्षिक और मानसिक विकास बाधित हो सकता है। जिसके चलते, सिर्फ एक परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर छात्र का भविष्य तय होना कई बार उचित नहीं होता। इस नई व्यवस्था से छात्रों को अपनी तैयारी का मूल्यांकन करने और अपनी गलतियों से सीखने का अवसर मिलेगा। शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस बदलाव के संबंध में सभी आवश्यक दिशा-निर्देश और तैयारी समय पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, इस नई प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए सभी स्कूलों को आवश्यक संसाधन और प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विभाग के सामने 3 ऑप्शन है-
- पहला : उच्च शिक्षा के सेमेस्टर सिस्टम की तरह साल में हर सेमेस्टर के अंत में आधे-आधे सिलेबस की एक परीक्षा ली जाए, जो सितंबर और मार्च में हो।
- दूसरा: अभी जिस तरह मार्च-अप्रैल की बोर्ड परीक्षा के बाद जुलाई में ‘सप्लीमेंट्री’ एग्जाम होते हैं, उस समय ‘सप्लीमेंट्री’ की जगह पूरी बोर्ड परीक्षा कराई जाए।
- तीसरा : जैसे जेईई मेंस के लिए जनवरी और अप्रैल में दो बार परीक्षाएं ली जाती हैं, उसी तरह समूचे सिलेबस की बोर्ड परीक्षाएं भी एक बार जनवरी तो दूसरी बार अप्रैल में आयोजित हो।
अंत: इस नई प्रणाली के संचालन से प्रशासन के सामने कुछ चुनौतियाँ भी आएंगी, जैसे कि परीक्षा के लिए अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था, शिक्षकों का प्रशिक्षण और मूल्यांकन प्रणाली में सुधार। हालांकि, सरकार ने इन चुनौतियों का सामना करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है, जिसमें डिजिटल साधनों का उपयोग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच बेहतर तालमेल शामिल है। इस महत्वपूर्ण बदलाव के साथ, भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, जो छात्रों के शैक्षणिक विकास और समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Team Profile
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- News Writer
- Poonam Gupta, hailing from Kanpur, Uttar Pradesh, is currently pursuing her graduation in Journalism and Mass Communication from Rama University. With a deep passion for creative writing and article writing, Poonam is dedicated to crafting engaging and impactful content. Her academic background, combined with her enthusiasm for storytelling, positions her as a promising talent in the field of journalism and media. Poonam's commitment to excellence and creativity shines through in every piece she writes.
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