फ्रांस क्यों जल रहा है ?
पश्चिमी यूरोप का एक देश फ्रांस इन दिनों चर्चा में है, और उसका कारण वहाँ हो रही हिंसा है।
हिंसा का कारण– 29 जून की सुबह एक युवक जिसका नाम नाहिल बताया जा रहा है। जिसकी उम्र महज 17 साल थी, और वो अपनी कार लेकर सड़क पर जा रहा था। उसे वहाँ की ट्रैफिक पुलिस द्वारा रोका गया ताकि उसके लाइसेन्स, गाड़ी कागज इत्यादि को देखा जाए, लेकिन पुलिस का कहना है की वो भागने लगा ,उसके बाद पुलिस ने उस पर फायरिंग कर दी जिसके कारण उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। इसके बाद से ही पूरा फ्रांस सड़कों पर आ गया और उन पुलिस वालों के खिलाफ आवाज उठने लगी धीरे- धीरे आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया है। लोग अब सड़कों पर उतर कर हिंसा, आगजनी तथा सरकारी जगहों को निशाना बना रहे है। लोगों का कहना है की सरकार और पुलिस दोनों का रवैया अल्पसंख्यकों के प्रति अच्छा नहीं है। वहाँ पुलिस पर नस्ल भेदी होने का आरोप भी हैं और ये कई आकड़ों से जाहिर भी होता है, क्योंकि बीते दिनों ऐसी कई मामले देखने को मिले है। ये आरोप इसलिए लगाए जा रहे क्योंकि जिस बच्चे की हत्या हुई है वो भी फ्रांस के अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखता है। अभी तक हिंसा में 200 पुलिसकर्मी की घायल होने की पुष्टि की गई है और 3000 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है तथा 45 हजार पुलिस सड़कों पर उतार दी गई हैं।
अल्पसंख्यकों की स्थिति– फ्रांस में अल्पसंख्यकों की स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि उनको आज भी इस चीज का शिकार होना पड़ता हैं की वो यहाँ के नहीं है और वो अलग हैं। मूलतः अल्पसंख्यक अरब और अफ्रीकी मूल के है जिन्हें आज भी गरीबी, बेरोजगारी, भुखमरी का सामना करना पड़ता है।
सरकार के कदम– फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इस आगजनी और हिंसा के बाद 30 जून को दोपहर 2 बजे एक बैठक बुलाई और बैठक के बाद लोगों से शांति बनाने की अपील की। वहाँ के विपक्ष का कहना है की सरकार पूरी तरह नाकाम है, अब सरकार को बर्खास्त कर आपातकाल लगा देना चाहिए।
-✍️अजय राज द्विवेदी