प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटित नालंदा विश्वविद्यालय: इतिहास की एक झलक
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Image Source: Bhaskar
राजगीर, बिहार के प्राचीन और विश्वविख्यात नालंदा विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार की प्रक्रिया को एक महत्वपूर्ण मोड़ मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके नवीनतम चरण का उद्घाटन किया। नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास गौरवशाली है, जो प्राचीन भारत की शिक्षा और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक रहा है।
नालंदा विश्वविद्यालय का प्राचीन इतिहास
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त वंश के शासक कुमारगुप्त प्रथम द्वारा की गई थी। यह विश्वविद्यालय 800 वर्षों तक ज्ञान का प्रमुख केंद्र रहा और यहाँ पर विभिन्न विषयों में शिक्षा प्रदान की जाती थी, जिनमें धर्म, दर्शन, विज्ञान, गणित, चिकित्सा और अन्य अनेक विषय शामिल थे। उस समय यह विश्वविद्यालय दुनिया भर के छात्रों और विद्वानों को आकर्षित करता था।
नालंदा विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा इतनी महान थी कि यहाँ चीन, कोरिया, जापान, तिब्बत, मंगोलिया और तुर्की जैसे दूर देशों से विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते थे। चीनी यात्री ह्वेनसांग और इत्सिंग ने भी नालंदा में अध्ययन किया और यहाँ के अध्ययन और शिक्षण प्रणाली की प्रशंसा की है।
12वीं शताब्दी में, बख्तियार खिलजी के आक्रमण के कारण नालंदा विश्वविद्यालय का पतन हुआ और यह महान शिक्षा केंद्र ध्वस्त हो गया। इसके बाद, यह लगभग 800 वर्षों तक वीरान पड़ा रहा। 21वीं शताब्दी में, भारत सरकार और बिहार सरकार ने इस ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया।
पुनर्निर्माण और वर्तमान स्थिति
2006 में, भारत सरकार ने नालंदा विश्वविद्यालय के पुनर्निर्माण की घोषणा की। इसके बाद 2010 में नालंदा विश्वविद्यालय विधेयक पारित किया गया और 2014 में इसकी प्रथम शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नवीनतम परिसर का उद्घाटन कर इसे एक नया आयाम दिया है। इस नए परिसर में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ प्राचीन नालंदा की सांस्कृतिक और शैक्षिक विरासत को संजोने का प्रयास किया गया है।
प्रधानमंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “नालंदा विश्वविद्यालय हमारे देश की महान शैक्षिक परंपरा का प्रतीक है। इसका पुनर्निर्माण भारतीय शिक्षा और संस्कृति को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दिलाने का प्रयास है।”
अंत: नए नालंदा विश्वविद्यालय में अब भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के छात्र और विद्वान अध्ययन और शोध के लिए आ रहे हैं। इसका उद्देश्य केवल प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करना नहीं है, बल्कि आधुनिक विज्ञान और तकनीकी के साथ इसे आगे बढ़ाना भी है। यहां पर विभिन्न विषयों में पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं और अनुसंधान को बढ़ावा दिया जा रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित नालंदा विश्वविद्यालय का यह नया अध्याय निश्चित रूप से भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए शिक्षा और संस्कृति के आदान-प्रदान का एक प्रमुख केंद्र बनेगा।
Team Profile
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- News Writer
- Poonam Gupta, hailing from Kanpur, Uttar Pradesh, is currently pursuing her graduation in Journalism and Mass Communication from Rama University. With a deep passion for creative writing and article writing, Poonam is dedicated to crafting engaging and impactful content. Her academic background, combined with her enthusiasm for storytelling, positions her as a promising talent in the field of journalism and media. Poonam's commitment to excellence and creativity shines through in every piece she writes.
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