देशभर में ब्रेन-ईटिंग अमीबा के मामलो में तेज़ी: एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता का विषय बन रहा है!
इन दिनों, भारत के कई राज्यों में ब्रेन इटिंग अमीबा यानी “नैगलेरिया फाउलेरी” संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक मामले हरियाणा, केरल, और दक्षिण भारत में रिपोर्ट किए गए हैं। इन सभी मामलों में, युवा और बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। अमीबा के इन्फेक्शन के मामलों में विशेष तौर पर गर्मी के मौसम में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है।
वैज्ञानिकों ने बताया है कि ये अमीबा गंभीर ब्रेन इन्फेक्शन का कारण बन सकती है, जिससे मरीज की स्थिति बहुत ही खतरनाक हो सकती है। ऐसे में सबसे गंभीर चिंता का विषय यह है कि अभी इसका कोई इलाज भी उपलब्ध नहीं है। सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों को सावधान करते हुए बताया है कि गंभीर बुखार, सिरदर्द, और लगातार उल्टियां होने वाली स्तिथियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए। इसके अलावा, जल संसाधनों का पानी साफ रखना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि ये अमीबा का प्रसार न हो सके।
ब्रेन-ईटिंग अमीबा क्या है?
ब्रेन-ईटिंग अमीबा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में “नैगलेरिया फाउलेरी” (Naegleria fowleri) कहा जाता है, एक अत्यंत खतरनाक अमीबा है जो ताजे पानी में पाया जाता है। यह अमीबा नाक के माध्यम से मानव शरीर में प्रवेश करता है और मस्तिष्क को संक्रमित करता है, जिससे घातक मस्तिष्क संक्रमण होता है। जिसके चलते इसका फैलने का मुख्य कारण यह है कि ब्रेन-ईटिंग अमीबा अक्सर गर्म ताजे पानी के स्रोतों में पाया जाता है, जैसे झीलें, नदियाँ, और गर्म पानी के झरने। इसके अलावा, खराब क्लोरीन युक्त स्विमिंग पूल और दूषित पानी के अन्य स्रोत भी इस अमीबा के लिए प्रजनन स्थल हो सकते हैं।
इस संक्रमण के लक्षण बहुत ही घातक होते हैं और इनमें शामिल हैं:
– तेज बुखार
- गंभीर सिरदर्द
- मतली और उल्टी
- गर्दन में जकड़न
- भ्रम और मांसपेशियों में दर्द
- रोशनी बर्दाश्त न कर पाना
प्रमुख सावधानियाँ:-
- गर्मी के मौसम में ताजे पानी के स्रोतों में तैरने से बचें।
- तैराकी करते समय नाक बंद रखने के लिए नाक के क्लिप का उपयोग करें।
- सुनिश्चित करें कि स्विमिंग पूल का पानी उचित रूप से क्लोरीनयुक्त हो।
- अगर आप गर्म पानी के झरनों में स्नान कर रहे हैं, तो नाक और मुंह में पानी जाने से बचें।
- घरेलू उपयोग के लिए साफ और सुरक्षित पानी का ही इस्तेमाल करें।
भारत में ब्रेन-ईटिंग अमीबा के मामलों में हालिया बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीते दिनों केरल की एक पांच वर्षीय बच्ची की तालाब के दूषित पानी में तैरने के बाद मस्तिष्क खाने वाले अमीबा के कारण हुए दुर्लभ संक्रमण से मौत हो गई। इसी तरह पिछले कुछ वर्षों में, भारत में 10 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश मामले दक्षिण भारतीय राज्यों से हैं। यह आंकड़ा चिंता का विषय है क्योंकि इस संक्रमण की मृत्यु दर बहुत बढ़ा है।
अधिक जानकारी के लिए, visit करें: नेगलेरिया फाउलेरी
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- Poonam Gupta, hailing from Kanpur, Uttar Pradesh, is currently pursuing her graduation in Journalism and Mass Communication from Rama University. With a deep passion for creative writing and article writing, Poonam is dedicated to crafting engaging and impactful content. Her academic background, combined with her enthusiasm for storytelling, positions her as a promising talent in the field of journalism and media. Poonam's commitment to excellence and creativity shines through in every piece she writes.
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