जनता ने जिन्हें अपने प्रतिनिधित्व के लिए चुना, वही अब संसद चलने नहीं दे रहे
मंगलवार, 10 दिसंबर 2024: लोकसभा और राज्यसभा के शीतकालीन सत्र में फिर हंगामा हुआ। विपक्ष ने आज भी संसद को चलने नहीं दिया। हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हुई। सत्र के शुरुआती 15 दिनों में ही हंगामों ने बहस और चर्चा का स्थान ले लिया। पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी बातों पर अड़े हुए हैं, और वे संसद की कार्यवाही आगे बढ़ने नहीं दे रहे हैं। जनता सांसदों को चुनती है ताकि वे उनसे जुड़े मुद्दे सदन में उठाएं। परंतु, चुने हुए सांसद मुद्दों पर बहस करने के बजाय विरोध प्रदर्शन में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। पक्ष और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप के चलते सदन का समय और जनता के हितों का नुकसान हो रहा है।
25 नवंबर से शुरू हुए लोकसभा और राज्यसभा के शीतकालीन सत्र में अभी तक किसी भी मुद्दे पर चर्चा या बहस नहीं हुई है, न ही किसी भी तरह का बिल पास किया गया। जब-जब सदन की शुरुआत होती है, विपक्ष अपने विरोध प्रदर्शन और हंगामे के चलते सदन को स्थगित करवा देता है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सदन में अडानी के मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, जबकि सत्तापक्ष का कहना है कि सदन में कई और मुद्दों पर चर्चा जरूरी है। साथ ही शीतकालीन सत्र में सरकार कई बिल पेश करने वाली थी, जो स्थगन के कारण पेश नहीं हो पाए।
विपक्ष ने उठाए सरकार पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी, जब से लोकसभा सत्र की शुरुआत हुई है, तब से सरकार को अडानी के मुद्दे पर घेरते दिखाई दिए हैं। दरअसल, इस मुद्दे ने तब आग पकड़ी जब यूएस की एक एजेंसी ने अडानी ग्रुप पर रिश्वत के आरोप लगाए। इस चिंगारी को राहुल गांधी ने आग बना दिया। राहुल गांधी हमेशा प्रधानमंत्री मोदी को अडानी और अंबानी के नामों से जोड़कर उन पर हमला करते हैं। जब यूएस की रिपोर्ट सामने आई, तब उन्हें प्रधानमंत्री को घेरने का मौका मिल गया। राहुल गांधी का कहना है कि मोदी जी सिर्फ अडानी के फायदे के लिए ही काम करते हैं। मोदी जी ने देश के कई बड़े प्रोजेक्ट अडानी की झोली में दे दिए। राहुल गांधी अडानी के मुद्दे को सदन में उठाना चाहते हैं और जे.पी.सी. (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) जांच की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस का सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन
सदन की कार्यवाही से पहले कांग्रेस पार्टी के सभी सांसद और राहुल गांधी सदन के बाहर प्रदर्शन करते दिखाई देते हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, और सभी सांसद मोदी-अडानी की तस्वीर छपी हुई टी-शर्ट पहनकर आते हैं, जिसमें लिखा होता है मोदी-अडानी भाई-भाई। इसके अलावा, एक बार मोदी-अडानी के मुखौटे पहनकर अपना प्रदर्शन जाहिर करते हैं। वहीं, राहुल गांधी मोदी-अडानी का मुखौटा पहने हुए दो सांसदों का वीडियो बनाते हैं और हंसी-ठिठोली करते हैं। एक संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति का ऐसा कृत्य विवादित है या नहीं, इसे जनमानस की समझ पर छोड़ना बेहतर होगा। सोमवार को कांग्रेस के सभी सांसद एक काले रंग के बैग लेकर सदन में आए, जिस पर मोदी-अडानी की तस्वीर है और लिखा है, मोदी-अडानी भाई-भाई, हम साथ हैं।
I.N.D.I.A ब्लॉक के अन्य दलों ने कांग्रेस से काटी कन्नी
इंडी गठबंधन के अन्य दलों ने अडानी के मुद्दे पर कांग्रेस से किनारा कर लिया। समाजवादी पार्टी सदन में संबल में हुए दंगे पर चर्चा करना चाहती है। संबल पर चर्चा के लिए सरकार भी तैयार है। वहीं, ममता बनर्जी की टीएमसी भी सदन को चलने देना चाहती है। टीएमसी बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार पर चर्चा चाहती है। अडानी के मुद्दे पर विपक्ष में अलग मत दिखाई दे रहा है। अन्य दलों का कहना है कि अडानी हमारा मुद्दा नहीं है; हमारे मुद्दे कांग्रेस से अलग हैं।
राज्यसभा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
विपक्ष ने राज्यसभा स्पीकर और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर ली है। दरअसल, लोकसभा की तरह ही राज्यसभा में भी कांग्रेस अडानी के मुद्दे पर अड़ी हुई है, जिससे राज्यसभा के सत्र को भी बार-बार स्थगित करना पड़ रहा है। इसी दौरान विपक्ष के सभी दलों ने जगदीप धनखड़ पर पक्षपात करने के आरोप लगाए। उनका कहना है कि स्पीकर का झुकाव सरकार की तरफ अधिक रहता है। स्पीकर पक्षपाती हैं और विपक्ष के खिलाफ ही निर्णय लेते हैं। I.N.D.I.A घटक के सभी दल अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में हैं।
सरकार का राहुल गांधी पर पलटवार
जिस तरह राहुल गांधी अडानी के मुद्दे को लेकर सरकार को घेर रहे हैं, वहीं सरकार ने जॉर्ज सोरोस को लेकर राहुल गांधी पर पलटवार किया है। जॉर्ज सोरोस एक अमेरिकन बिजनेसमैन और निवेशक हैं। सोरोस वह व्यक्ति हैं, जो हमेशा मोदी विरोध में दिखाई देते हैं। सोरोस एक निवेशक हैं, जो दुनिया के कई देशों और संस्थानों में पैसे लगाते हैं। उन संस्थानों के माध्यम से वे कई व्यक्तिविशेष के खिलाफ एजेंडा चलाते हैं। सोरोस ने कई बार मुखर रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के खिलाफ कई एजेंडे चलाए हैं, जिससे भारत की अस्मिता खतरे में आई है। भारतीय जनता पार्टी ने औपचारिक रूप से राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस के सोरोस से कनेक्शन के बारे में बताया है। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी उन लोगों से मुलाकात करते हैं, जिनका रुख भारत के खिलाफ हमेशा से नकारात्मक रहता है। जो देश का विरोध करते हैं, उनके साथ मुलाकात और कनेक्शन देशद्रोह के बराबर है।
जनता के प्रतिनिधि जनता से कर रहे विश्वासघात
जनता सांसदों के रूप में अपने प्रतिनिधि भेजती है ताकि वे संसद में उनसे जुड़े मुद्दे उठाएं। परंतु, आज वही सांसद प्रदर्शन और हंगामे के चलते संसद को सुचारु रूप से चलने नहीं दे रहे हैं। जिन्हें जनता के मुद्दों की बात करनी चाहिए, उनके हितों की बात करनी चाहिए, वे सदन में मुद्दों से भटककर तमाशा कर रहे हैं। इस परिस्थिति में पक्ष और विपक्ष दोनों को ही निर्दोष नहीं माना जा सकता है।
Team Profile
- Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.
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