चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को पछाड़ा, भारत बना ‘चैंपियन ऑफ चैंपियंस’

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चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को पछाड़ा, भारत बना ‘चैंपियन ऑफ चैंपियंस’

Image Source: Hindustan

तीन हफ्तों से चल रहे आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट, चैंपियंस ट्रॉफी का कल समापन हुआ। टूर्नामेंट फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया और ट्रॉफी अपने नाम की। जीत के हीरो रहे कप्तान रोहित शर्मा, जिन्होंने फाइनल में 7 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 76 रन की पारी खेली। उनकी इस पारी के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ दिया गया। वहीं, पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन दिखाने के लिए न्यूजीलैंड के बल्लेबाज़ रचिन रवींद्र को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ दिया गया। रचिन ने 4 मैचों में 65.75 के एवरेज से 263 रन बनाए, जिसमें 2 शतक शामिल थे। इसके अलावा, टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट न्यूजीलैंड के गेंदबाज़ मैट हेनरी ने लिए। हेनरी ने 4 मैचों में 10 विकेट चटकाए।

9 मार्च, रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड पर धमाकेदार जीत दर्ज की और तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। मैच की शुरुआत न्यूजीलैंड के पक्ष में हुई। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। न्यूजीलैंड की शुरुआत काफी बेहतर रही। रचिन रवींद्र ने हार्दिक और शमी के ओवर्स में बाउंड्रीज़ लगाना शुरू किया। पावर प्ले में न्यूजीलैंड तेज़ी से रन बना रही थी, तभी कप्तान रोहित शर्मा ने अपने एक्स-फैक्टर वरुण चक्रवर्ती को गेंद सौंपी। वरुण ने आते ही भारत को सफलता दिलाई और विल यंग को एलबीडब्ल्यू आउट किया।

न्यूजीलैंड ने 57 के स्कोर पर अपना पहला विकेट गंवा दिया। विकेट गिरने के बाद न्यूजीलैंड का कोई भी खिलाड़ी बड़ी साझेदारी नहीं बना पाया। एक के बाद एक सभी अपना विकेट गंवाते रहे। मिडल ओवर्स में न्यूजीलैंड की पारी काफी धीमी हो गई थी। मिचेल, लेथम और फिलिप्स 2 के रन रेट से पारी चला रहे थे, जिस कारण वे भारत के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं रख पाए और न्यूजीलैंड भारत के सामने 251 का छोटा लक्ष्य ही रख पाई। मिचेल के अलावा कोई भी खिलाड़ी बड़ा स्कोर नहीं बना पाया। मिचेल ने 3 चौकों की मदद से 63 रन बनाए, जिसके लिए उन्होंने 101 गेंदें खेलीं। यह पारी टूर्नामेंट की अब तक की सबसे धीमी पारी रही। वहीं, दूसरी तरफ भारतीय स्पिनर्स ने फाइनल में भी अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। चारों स्पिनर्स ने न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों को बांधकर रखा और समय-समय पर भारत को विकेट भी दिलाए। भारत की तरफ से वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट झटके, जडेजा और शमी ने 1-1 विकेट लिए।

दूसरी पारी में 252 के लक्ष्य का पीछा करने उतरे रोहित और गिल ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई। पहले 10 ओवर्स में दोनों ओपनर्स ने बिना विकेट गंवाए 64 रन बनाए। दोनों के बीच काफी अच्छी साझेदारी हुई। रोहित और गिल ने मिलकर पहले विकेट के लिए 105 रन जोड़े। 18वें ओवर के बाद भारत को दो लगातार झटके लगे। पहले फिलिप्स ने गिल का असंभव कैच पकड़ा और गिल को 31 के स्कोर पर पवेलियन वापस भेजा, उसके अगले ही ओवर में अभी-अभी आए विराट को ब्रेसवेल ने एलबीडब्ल्यू किया। 2 विकेट गिरने के बाद भारत की पारी थोड़ी धीमी हो गई, जिसके दबाव में रोहित शर्मा अपना विकेट फेंक बैठे।

रोहित शुरुआत से ही अच्छे फॉर्म में दिखाई दे रहे थे, पर रचिन की एक गेंद पर छक्का लगाने के लिए स्टेप-आउट कर बैठे और पीछे से लेथम के हाथों स्टंप हो गए। आउट होने से पहले रोहित ने 76 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को लगभग मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकाल लिया था। रोहित के बाद अय्यर और अक्षर के बीच 61 रन की साझेदारी हुई, अक्षर और राहुल के बीच 20 रन की साझेदारी हुई, हार्दिक और राहुल के बीच 38 रन की साझेदारी हुई और आखिर में जडेजा और राहुल ने भारत के लिए खेल खत्म किया और चैंपियनशिप अपने नाम की। भारतीय बल्लेबाजों ने फाइनल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। रोहित ने 76(83), गिल ने 31(50), अय्यर ने 48(62), अक्षर ने 29(40), राहुल ने 34(33), हार्दिक ने 18(18), और आखिर में जडेजा ने विनिंग 9 रन बनाए। वहीं, न्यूजीलैंड की तरफ से सेंटनर ने 2 विकेट लिए, ब्रेसवेल ने भी 2 विकेट लिए, जैमिसन और रवींद्र ने 1-1 विकेट झटके।

चैंपियन ऑफ चैंपियंस

भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के फाइनल में जीत दर्ज कर इतिहास रचा है। भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के तीन खिताब अपने नाम करने वाली पहली टीम बनी। इसके अलावा, पंद्रह महीने के अंदर भारतीय टीम ने लगातार दूसरा आईसीसी खिताब अपने नाम किया है। 2024 में भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था, उसके बाद कल चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतकर इतिहास रचा।

Team Profile

Himanshu Sangliya
Himanshu SangliyaFreelance Journalist
Himanshu Sangliya, holding a degree in Journalism at the graduation level and a postgraduate degree in Economics, is characterized by a strong work ethic and a persistent eagerness to acquire new skills. Journalism holds a special place in his heart, and he envisions his future flourishing within this dynamic field.

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